Manasi Joshi की प्रेरणा: उनके परिवार से जुड़ी अनसुनी बातें

जानें कैसे Manasi Joshi के परिवार ने उनकी सफलता में अहम भूमिका निभाई और किस तरह उनके पिता, भाई, और बहन ने उन्हें प्रेरित किया। पढ़ें उनके परिवार की अनसुनी बातें।

Manasi Joshi की प्रेरणा: उनके परिवार का योगदान

Manasi Joshi, जो आज पैरा-बैडमिंटन की दुनिया में एक चमकता हुआ सितारा हैं, उनकी इस अद्भुत यात्रा के पीछे उनके परिवार का बड़ा योगदान है। उनका परिवार न केवल उनका संबल बना, बल्कि उनके संघर्षों में हर कदम पर उनका साथ दिया। उनके पिता, Girishchandra Joshi, जो कि एक वैज्ञानिक हैं, ने हमेशा उन्हें प्रेरित किया और सिखाया कि जीवन में कठिनाइयों का सामना कैसे करना है​।

पिता से मिली प्रेरणा

Manasi के पिता, जो Bhabha Atomic Research Centre में एक वैज्ञानिक थे, ने उन्हें बचपन से ही बैडमिंटन खेलना सिखाया। उनकी खेल में रुचि उनके पिता से ही आई थी, और वे बचपन से ही उनके साथ बैडमिंटन खेलती थीं। उनके पिता की अनुशासनप्रियता और मेहनत की भावना ने Manasi को उनके जीवन के हर संघर्ष में आगे बढ़ने की ताकत दी​।

भाई और बहन का साथ

Manasi Joshi का परिवार उनकी हर कठिनाई में उनके साथ खड़ा रहा। उनके भाई Kunjan Joshi, जो एक शोधकर्ता हैं, और बहन Nupur Joshi, जो उनकी प्रबंधक भी हैं, दोनों ने उनके हर कदम पर समर्थन किया। Nupur Joshi ने उनके करियर को संवारने में अहम भूमिका निभाई और यह सुनिश्चित किया कि Manasi की सारी जरूरतें पूरी हों​।

FAQ

  1. Manasi Joshi को बैडमिंटन खेलना किसने सिखाया?
    • Manasi Joshi को बैडमिंटन उनके पिता ने बचपन में सिखाया था।
  2. Manasi Joshi के परिवार में कौन-कौन हैं?
    • उनके परिवार में उनके पिता Girishchandra Joshi, भाई Kunjan Joshi, और बहन Nupur Joshi हैं।
  3. क्या Manasi Joshi के परिवार ने उनके करियर में समर्थन दिया?
    • हां, उनके परिवार ने उनके हर संघर्ष में उनका साथ दिया और उन्हें प्रेरित किया।
  4. Manasi Joshi के पिता का क्या पेशा था?
  5. Manasi Joshi की बहन क्या करती हैं?
    • उनकी बहन Nupur Joshi उनकी प्रबंधक हैं और उनके करियर को संभालने में मदद करती हैं।

Manasi Joshi की सफलता की कहानी में उनके परिवार का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके पिता से मिले मार्गदर्शन, भाई-बहन के समर्थन और परिवार के अनवरत प्यार ने उन्हें न केवल एक बेहतर खिलाड़ी बल्कि एक मजबूत इंसान भी बनाया।