भारतीय क्रिकेट के दिग्गज युवराज सिंह के पिता, योगराज सिंह, एक बार फिर से एमएस धोनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए सुर्खियों में हैं। उन्होंने हाल ही में अपने बयान में धोनी पर युवराज के करियर को खत्म करने का आरोप लगाया। योगराज का कहना है कि धोनी की वजह से उनके बेटे का करियर चार से पांच साल कम हो गया। उन्होंने यहां तक कहा कि धोनी ने जानबूझकर ऐसा किया और वह कभी भी उन्हें माफ़ नहीं करेंगे।
धोनी पर योगराज सिंह के आरोप
योगराज सिंह का मानना है कि उनके बेटे युवराज सिंह, जिन्होंने भारत के लिए कई यादगार पारियां खेली हैं, अपने करियर में और भी ऊंचाइयों तक पहुंच सकते थे, अगर धोनी ने उनके साथ सही बर्ताव किया होता। उन्होंने दावा किया कि धोनी की वजह से ही युवराज का करियर पहले ही समाप्त हो गया। योगराज ने धोनी को ‘स्वार्थी’ और ‘जलन रखने वाला’ करार दिया है, जो अपने आस-पास के लोगों को बढ़ने नहीं देना चाहते थे।
युवराज के योगदान को बताया अद्वितीय
योगराज सिंह ने अपने बेटे के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि युवराज ने कैंसर जैसी घातक बीमारी से लड़ते हुए 2011 के वर्ल्ड कप में भारत के लिए अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि युवराज को उनके इस योगदान के लिए ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया जाना चाहिए।
योगराज के आरोपों की प्रतिक्रिया
योगराज के इन आरोपों पर सोशल मीडिया पर कई प्रतिक्रियाएँ आई हैं। कई लोग इस बयान को अनावश्यक और निराधार मानते हैं, जबकि कुछ लोग इसमें छिपी कड़वाहट को समझते हैं। धोनी और युवराज के बीच की इस कड़वाहट ने क्रिकेट जगत में एक नई बहस छेड़ दी है।
FAQ
- योगराज सिंह ने धोनी पर क्या आरोप लगाए हैं?
- योगराज सिंह ने धोनी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने जानबूझकर युवराज सिंह का करियर बर्बाद किया।
- क्या धोनी और युवराज के बीच कभी कोई विवाद था?
- योगराज सिंह के अनुसार, धोनी की वजह से युवराज के करियर पर बुरा असर पड़ा, लेकिन युवराज ने खुद कभी सार्वजनिक तौर पर ऐसी बातें नहीं कहीं।
- योगराज सिंह धोनी को क्यों दोषी मानते हैं?
- योगराज सिंह का मानना है कि धोनी ने अपने स्वार्थ और जलन के कारण युवराज का करियर छोटा कर दिया।
- क्या योगराज सिंह पहले भी धोनी पर आरोप लगा चुके हैं?
- हां, योगराज सिंह पहले भी कई बार धोनी पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं।
- युवराज सिंह का क्या कहना है इस बारे में?
- युवराज सिंह ने हमेशा अपने पिता के बयानों से दूरी बनाए रखी है और कभी भी इन आरोपों का समर्थन नहीं किया।