बदलापूर, महाराष्ट्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें दो मासूम बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया है। यह घटना एक प्रतिष्ठित स्कूल में घटी, जहां दोनों बच्चियां प्री-प्राइमरी क्लास में पढ़ती थीं। इस घटना ने न केवल उनके परिवारों को बल्कि पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है।
क्या हुआ था?
घटना 12-13 अगस्त 2024 के बीच की है, जब दोनों बच्चियां स्कूल के टॉयलेट में गई थीं। वहां एक 23 वर्षीय सफाईकर्मी, जिसे हाल ही में स्कूल में काम पर रखा गया था, ने बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न किया। यह सफाईकर्मी, जिसे स्कूल ने अनुबंध के आधार पर काम पर रखा था, ने लड़कियों के साथ घृणित काम किया। जब एक बच्ची ने अपने माता-पिता से इस बारे में शिकायत की, तब जाकर यह मामला सामने आया। दूसरी बच्ची के माता-पिता ने भी बताया कि उनकी बेटी भी स्कूल जाने से डरने लगी थी। बच्चियों को जब अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उनके साथ यौन शोषण हुआ था।
जनता की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद, पूरे बदलापूर में गुस्सा फैल गया। लोगों ने स्कूल प्रशासन और स्थानीय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उग्र प्रदर्शन किए। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक को भी बाधित कर दिया, जिससे ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं। लोगों की मांग थी कि दोषी को फांसी की सजा दी जाए और स्कूल प्रशासन पर भी कड़ी कार्रवाई हो।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उस पर गंभीर धाराओं के तहत मा कार ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है, ताकि मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच हो सके।
स्कूल प्रशासन की भूमिका
इस मामले में स्कूल प्रशासन की भी भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं। यह पाया गया कि टॉयलेट में कोई महिला स्टाफ मौजूद नहीं थी, और स्कूल के सीसीटीवी कैमरे भी काम नहीं कर रहे थे, जो सुरक्षा की गंभीर चूक को दर्शाता है। इसके चलते स्कूल प्रशासन के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
FAQ
1. बदलापूर कांड क्या है?
यह मामला दो मासूम बच्चियों के साथ स्कूल के टॉयलेट में हुए यौन शोषण का है।
2. घटना कब घटी?
यह घटना 12-13 अगस्त 2024 के बीच घटी।
3. आरोपी कौन है?
आरोपी एक 23 वर्षीय सफाईकर्मी है, जिसे हाल ही में स्कूल में काम पर रखा गया था।
4. जनता की प्रतिक्रिया क्या थी?
घटना के बाद लोग सड़कों पर उतर आए और उग्र प्रदर्शन किए, जिसमें रेलवे ट्रैक को भी बाधित किया गया।
5. सरकार ने क्या कदम उठाए?
सरकार ने एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है और मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने का फैसला किया है।