उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में बांग्लादेश में जारी राजनीतिक संकट के संदर्भ में भारतीय जनता को एकजुट रहने का संदेश दिया है। उन्होंने आगरा में जनमाष्टमी के अवसर पर एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “बटेंगे तो कटेंगे”। उन्होंने बांग्लादेश के मौजूदा हालात का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां जो गलतियां हुईं, उन्हें भारत में नहीं दोहराया जाना चाहिए।
बांग्लादेश में क्या हो रहा है?
बांग्लादेश में अगस्त 2024 की शुरुआत से ही राजनीतिक अस्थिरता जारी है। प्रधानमंत्री शेख हसीना को छात्रों के विरोध प्रदर्शनों और व्यापक हिंसा के कारण इस्तीफा देना पड़ा, जिसके बाद वहां की स्थिति और बिगड़ गई। हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हिंसा के मामले भी बढ़े हैं, जिससे वहां धार्मिक तनाव चरम पर है।
योगी आदित्यनाथ का संदेश
योगी आदित्यनाथ ने जनता को चेतावनी दी कि यदि हम विभाजित हुए, तो हमारे साथ भी वही होगा जो बांग्लादेश में हो रहा है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि “एकता में शक्ति है” और केवल एकजुट रहकर ही राष्ट्र को सशक्त बनाया जा सकता है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर राजनीतिक हलकों में भी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने इसे प्रधानमंत्री बनने की इच्छा से जोड़ते हुए टिप्पणी की, जबकि अन्य विपक्षी दलों ने इसे “ध्रुवीकरण” की राजनीति कहा।
निष्कर्ष
योगी आदित्यनाथ का यह बयान स्पष्ट रूप से भारतीय जनता को एकजुट रहने और बाहरी संकटों से सबक लेने का संदेश देता है। वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में, यह बयान काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सामाजिक और राजनीतिक एकता की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
FAQ
- बांग्लादेश में मौजूदा संकट क्या है?
- बांग्लादेश में अगस्त 2024 से राजनीतिक अस्थिरता जारी है, जिसमें प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा और व्यापक हिंसा शामिल हैं।
- योगी आदित्यनाथ ने ‘बटेंगे तो कटेंगे’ क्यों कहा?
- योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेश के हालात का हवाला देते हुए भारतीय जनता को विभाजन से बचने और एकजुट रहने का संदेश दिया।
- इस बयान पर विपक्ष की क्या प्रतिक्रिया रही?
- विपक्ष ने इसे ध्रुवीकरण की राजनीति बताते हुए आलोचना की, जबकि अखिलेश यादव ने इसे प्रधानमंत्री बनने की इच्छा से जोड़कर टिप्पणी की।
- योगी आदित्यनाथ ने यह बयान कब और कहाँ दिया?
- उन्होंने यह बयान 26 अगस्त 2024 को आगरा में जनमाष्टमी के अवसर पर एक सार्वजनिक सभा में दिया।
- बांग्लादेश में हिंसा का कारण क्या है?
- शेख हसीना के इस्तीफे के बाद राजनीतिक अस्थिरता और धार्मिक तनाव के कारण वहां व्यापक हिंसा फैली हुई है।